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पुरुषों को काफी लंबे समय से अपने लिंग के आकार के बारे में संवेदनशील महसूस करने के लिए बाध्य किया गया है! आप मानें या न मानें यह लोकोक्ति सच है कि (लिंग के) आकार से कोई फर्क नहीं पड़ता, बल्कि मायने यह रखता है कि आप इसका इस्तेमाल कैसे करते हैं। लिंग के बड़े होने मात्र से संभोग बेहतर नहीं होता, और लिंग के छोटे होने से ही किसी का सेक्स लाइफ नीरस नहीं हो जाता। हर बार अपने संभोग सत्र को तूफानी आनंद से भरने की कुंजियाँ हैं रचनात्मकता, दिमाग का खुलापन और उन मुद्राओं का पता लगाना जो शरीर के सभी सुख बिंदुओं की उत्तेजना को अधिकतम करते हुए एक गहरा भेदन प्रदान कर सके।
शोध से पता चला है कि औसत लिंग का आकार 5.5-6.5 इंच के बीच होता है जबकि जी-स्पॉट योनि के अंदर अधिकतम 3 इंच ही होती है। योनि का सबसे संवेदनशील क्षेत्र उसके 1-2 इंच अंदर ही होती है। इससे यह साबित होता है कि चाहे आपके लिंग का आकार कितना ही छोटा क्यों न हो, तूफानी कामोन्माद को पाना हमेशा संभव है। यहां छोटे लिंग वाले पुरुषों के लिए सबसे बेहतरीन सेक्स मुद्राओं की एक सूची दी गई है।
Hammer of Thor: भारत में नया उपाय
जब अपने लिंग का आकार आपको सच में परेशान करने लगे, और आपकी मानसिक समस्याओं का कारण बन जाए, तो उम्मीद ना खोएं। हांलाकि, आज, सैंकड़ों बेईमान लोग, पुरुषों की इस समस्या का नाजायज़ फायदा उठाते हैं (विभिन्न गोलियाँ, पूरक आहार, आदि, जिनसे लिंग का आकार बढ़ना चाहिए), पर विज्ञान और तकनीक रुक नहीं सकते।
आखिरकार, अमरीकी फार्मेसी ने दुनिया का टॉप उपाय खोज निकाला है, जिससे बिना सर्जरी लिंग वृद्धि संभव है। Hammer of Thor Capsules। यह उत्पाद, जिसमें प्राकृतिक अवयव शामिल हैं, टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को प्रेरित करता है और जननांगों में रक्त प्रवाह बढ़ाता है। इस नए रक्त के कारण लिंग स्वभावतः कुछ सेमी बढ़ जाता है। पर, आपके स्वास्थ्य की सुरक्षा और उसके फायदे के लिए, आपको सलाह है कि बेहद आवश्यकता होने पर ही (जैसे लिंग का आकार मानक आकार से कम होना, स्तंभन शक्ति की समस्याएँ, उम्र के कारण कामेच्छा में कमी आदि हों) इस उत्पाद का इस्तेमाल कीजिए।
हमारे पाठकों के लिए फास्ट शिपिंग ऑफर:
- पहला-दूसरा हफ्ता:
- आपका खड़ापन लंबे समय तक चलेगा और उसकी सख्ती भी बढ़ जाएगी लिंग की संवेदना दो गुना बढ़ जाएगी पहले बदलाव लिंग की लंबाई 1.5 सेमी बढ़ जाने के साथ दिखेंगे1
- दूसरा-तीसरा हफ़्ता:
- आपका लिंग बड़ा दिखने लगेगा और उसका शेप भी सटीक हो जाएगा संभोग की अवधि 70% बढ़ जाएगी!2
- चौथा हफ्ता और इसके बाद:
- आपका लिंग 4 सेमी लंबा हो जाएगा! सेक्स की गुणवत्ता काफी अच्छी हो जाएगी और संभोग में चरम सुख जल्दी मिलेगा तथा 5-7 मिनट तक चलेगा!
संशोधित मिशनरी या मैथुनिक संरेखण तकनीक
यह तकनीक एक अंतर को छोड़कर सामान्य मिशनरी शैली जैसी ही दिखती है। जब आप श्रोणि से श्रोणि को मिला रहे होते हैं, तो भेदन से पहले कुछ सेंटीमीटर ऊपर की ओर खिसक जाएं। लिंग के योनि के अंदर पहुँच जाने पर उसे अंदर और बाहर फिसलाने के बजाय उसे रगड़ते हुए ऊपर और नीचे हिलाएं। लिंग का आधार भग-शिश्न में अतिरिक्त उत्तेजना पैदा करता है। मिशनरी शैली बहुत अंतरंग है, इसमें मरोड़ पैदा करने से यह “प्यार में डूबे होने” के अहसास को बनाए रखने के साथ ही परिणामी आनंद को भी बढ़ाने में मदद करती है।
कुत्तों वाली शैली
कुत्तों वाली शैली ऐसे कई तरीके देता है जिनके माध्यम से आप अधिकतम आनंद के लिए अपने संभोग सत्र को ठीक तरह से सुव्यवस्थित कर सकते हैं। आदर्श रूप में, जब महिला आगे की ओर झुककर अपने पैरों को दबाती है, तो उसके योनि का दरार छोटा हो जाता है, जिससे गहरे भेदन में मदद मिलती है। यह पुरुष को नियंत्रण में होने की भावना देता है, जबकि महिला को दोनों पक्षों की सनसनी को बढ़ाने के लिए अपनी श्रोणि तल की मांसपेशियों को कस लेने का मौका देता है। कहने की जरूरत नहीं है कि यह कुत्तों वाली शैली पुरुष के हाथों को बिलकुल खाली छोड़ देती है जिनसे वह सीधे या वाइब्रेटर के माध्यम से महिला के भग-शिश्न की मालिश कर सकता है।
उपर में महिला
यह पद्धति विशेष रूप से अनुकूल है क्योंकि इसमें ज्यादातर भारोत्तोलन महिला करती है। चूंकि किसी भी पुरुष की तुलना में महिला अपने शरीर को बेहतर समझ सकती है, उसके संभोग सत्र पर नियंत्रण ले लेने से लगभग हमेशा ही श्रेष्ठ कामोन्माद प्राप्ति की गारंटी हो जाती है। इसके वास्तविक विधि में महिला पुरुष पर चढ़ जाती है और उसके खड़े लिंग पर खुद को धीरे धीरे झुकाती है। वह भेदन की गहराई और कोण को नियंत्रित करने में सक्षम होती है। यह शैली भग-शिश्न पर भी दबाव डालने में मदद करती है जो यौन उत्तेजना के स्तर को बढ़ाता है। इसमें पुरुष स्तनों की मालिश करने और आंखों के संपर्क को कायम रखने में सक्षम होता है, जो काफी उत्तेजक हो सकता है।
उल्टी घुड़सवारी
उल्टी घुड़सवारी में महिला उपर होती है, लेकिन दोनों आमने-सामने होने के बजाय, महिला मर्द की ओर पीठ करके बैठती है। यह तकनीक महिला के स्तनों को थोड़ा सा खेलने का मौका देती है। यदि आप संभोग के शरारती पक्ष में गिर जाते हैं, तो यह उल्टी घुड़सवारी थप्पड़ मारने के लिए भी एकदम सही है। उल्टी घुड़सवारी का एक और प्रकार है, जिसमें महिला रगड़ लगाने और उछलने के लिए पुरुष के उपर पुरी तरह से उकडूँ होकर बैठ जाती है, जबकि पुरुष उसके नीचे के अंगों को समर्थन देता है।
घोंघा मुद्रा
घोंघा मुद्रा में महिला पीठ के बल लेटकर अपने घुटनों को छाती तक समेट लेती है। पुरुष को उसके सामने घुटने टेककर बैठना होता है। जैसे ही संभोग शुरू होता है, महिला अपने पैरों को साथी के कंधों पर चढ़ा देती है। जबकि पुरुष के हाथ सहारे के लिए महिला के कंधों के दोनों तरफ होने चाहिए। यह स्थिति गहरे भावनात्मक यौन संबंध के लिए बहुत ही अच्छी है क्योंकि इसमें आंखों के संपर्क की बहुतायत होती है और भेदन भी काफी गहरे होते हैं।
बांस विभाजन मुद्रा
बांस विभाजन मुद्रा में महिला पीठ के बल लेटकर अपने एक पैर को हवा में उठा देती है। उसका साथी उसके दोनों ओर पैर करके उसकी जांघ पर बैठ जाता है और उसके उठाए गए पैर को अपने कंधे पर टेक दे देता है। यह स्थिति लिंग को ठीक से योनी के अन्दर पहुंचने में मदद करती है। आप पाएंगे कि उठाए गए पैर को सीधा करने के लिए आप उस पर जितना अधिक दबाव डालते हैं भेदन उतना ही गहरा होता है। भग-शिश्न और स्तनों की गुदगुदी शुरू करने के लिए भी काफी मौक़ा रहता है।
तितली मुद्रा
यह शैली तितली जैसी बिल्कुल नहीं है। यह एक जबरदस्त कसरत है। एक सपाट सतह खोज लें और उस पर महिला को उसकी पीठ के बल ऐसे लेटा दें कि उसका नितंब उस सतह के एक किनारे पर स्थित हो जाए। उसके दोनों पैरों को उठाकर अपने कंधों पर डाल लें। फिर महिला को अपने श्रोणि को आपके निर्दिष्ट क्षेत्र तक उठाना चाहिए। अपने हाथों से उसके नितंब को सहारा देते हुए, अपने लिंग को बिलकुल सही ढंग से अन्दर डालें। स्पर्श होते ही सनसनी बढ़ाने के लिए महिला अपने कूल्हों को घुमा सकती है और अपनी जांघों को मजबूती से दबा सकती है।